राज शेखर
भारतीय बाजार में पांच सौ अंकों की गिरवाट और उछाल सामान्य बात हो गई है। लेकिन पिछले सप्ताह मामूली तेजी में जिस तरह के परिणाम उभर कर आए वह वाकई हैरतअंगेज हैं। उससे तो लग रहा है कि छोटे निवेशक बाजार को अलविदा कह चुके हैं। छोटे शेयरों में बेचनेवालों की संख्या इस कदर घट गई है कि मामूली खरीदारी में शेयर की कीमतों में दस फीसदी तक की बढ़ोतरी होने लगी है। Asian Granito , GEI Industrial Systems, Ltd , Decolight Ceramics Ltd, जैसे तमाम शेयरों में बहुत मामूली खरीदारी हुई लेकिन कीमतों में बीस फीसदी बढ़ोतरी हो गई। Honda Siel Power Products Ltd जैसे मजबूत कंपनी में महज दो हजार शेयरों की ट्रेडिंग में कीमत में 25 रुपये की तेजी आ गई है। Kale Consultants Ltd में भी मामूली खरीदारी पर शेयर में तीन चार रुपये की बढ़ोतरी हो जा रही है। इसके उलट हालात अगले सप्ताह नजर आ सकते हैं। संभव है मामूली बिकवाली में छोटे और मझोले शेयरों की बीस-तीस फीसदी तक गिर जाएं। वास्तव में बाजार के इस हालात के लिए जनवरी में लगे झटके हैं। बाजार ने देखा है कि किस तरह हषॆद मेहता के समय झटका लगने के बाद आम निवेशकों का एक बड़ा तबका तबाह हो गया । कुछ साल बाद फिर नए छोटे निवेशक आए फिर केतन पारिख के घोटाला हुआ। एक बार फिर छोटे निवेशक तबाह हो गए। फिर कुछ साल बाद नए छोटे निवेशक आए। इस साल की शुरुआत में आए झटके ने हाल ही में आए छोटे निवेशकों को तबाह कर दिया। बाजार उसके बाद रेंज बाउंड हो गया लेकिन इसके बाद भी दो बड़े झटके बाजार को लगे हैं। जिससे बचे- खुचे छोटे निवेशकों भी तबाह हो गए। उनके पानी के भाव में बेचे गए शेयर को बड़े आपरेटरों ने खरीद लिया है। इस हालात में मामूली से खरीदारी या बिकवाली से इन शेयरों में जबरदस्त तेजी या गिरवाट आने लगी है। इस हालात में निचले स्तर पर ही खरीदारी बेहतर है। बाजार अभी भी रेंज बाउंड है शेयरों की कीमतों में बढ़ोत्तरी के बाद तुरंत बुक प्रोफिट का दौर शुरू हो जाता है। चूंकि खरीदार और बेचनेवाले दोनों नदारद हैं। इसलिए शेयर जल्द ही उसी कीमत के आस-पास पहुंच जा रहे हैं।
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