मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 240 अंक गिरा और एनएसई निफ्टी 77 अंक। लेकिन जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस दोनों ही एक्सचेंजों में पहुंच गया 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर 106.40 रुपए (एनएसई) व 106.45 रुपए (बीएसई) पर। हालांकि बंद हुआ यह क्रमशः 104.15 और 104.10 रुपए पर। बढ़त का यह सिलसिला अभी जारी रहने का अनुमान है। असल में जीआईसी (साधारण बीमा निगम) और चार पांच सहायक कंपनियों – नेशनल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस, न्यू इंडिया एश्योरेंस के साथ ही आईएफसीआई भी इसके प्रवर्तकों में शामिल है। कंपनी की 53.85 करोड़ रुपए की इक्विटी में इनकी कुल हिस्सेदारी 48.89 फीसदी है। एलआईसी ने भी अलग से इसमें 5.04 फीसदी निवेश कर रखा है, जबकि एफआईआई के पास कंपनी के 6.13 फीसदी शेयर हैं।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2009-10 में 311.11 करोड़ रुपए की आय पर 67.09 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है और उसका ईपीएस (शुद्ध लाभ/कुल शेयरों की संख्या) 12.46 रुपए है। इस आधार पर उसका पी/ई अनुपात महज 8.35 है, जबकि इसी तरह के काम में लगी एचडीएफसी का पी/ई अनुपात 29.37, गृह फाइनेंस का 20.40 और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस का 14.27 है। जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस के शेयर की मौजूदा बुक वैल्यू 71.86 रुपए है यानी यह बुक वैल्यू से 1.45 गुने पर ट्रेड हो रहा है। इसे निवेश के लिहाज से काफी आकर्षक स्तर माना जाता है।
असल में यह कंपनी बाजार में अब अपना सही मूल्य तलाशने की डगर पर चल निकली है। जानकारों के मुताबिक 12 पी/ई भी मानें तो इसके शेयर का बाजार मूल्य 150 रुपए होना चाहिए। इधर इस शेयर में अचानक सक्रियता भी बढ़ी है। कल बीएसई में इसके 8.69 लाख शेयरों में सौदे हुए, जबकि बीते दो हफ्ते का औसत 4 लाख का ही रहा है। इसी तरह कल एनएसई में इसके 13.24 लाख और परसों 12.28 लाख शेयरों में कारोबार हुआ जिसमें से करीब 46 फीसदी डिलीवरी के लिए थे।
बाकी बाजार की चर्चा-ए-खास यह है कि विश्व की एक प्रमुख ऑटो कंपनी एसएनएल बियरिंग्स में हिस्सेदारी खरीदने वाली है। यह शेयर अगले तीन से छह महीनों में 150 रुपए और एक से दो साल में 350 रुपए तक जा सकता है। गिलैंडर 152.50 रुपए पर है। लेकिन यह 173 से होता हुआ 185 तक जा सकता है। इसके बाद यह दो-तीन सालों में कई गुना छलांग लगाकर 1000 के करीब जा सकता है। वैलिएंट कम्युनिकेशंस, आइडिया और आईएफसीआई में अभी बढ़त की भारी संभावना है।
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